किसी को नज़र भर देखने का
किसी को ख्वाबों में निहारने का
किसी को छूने का
किसी से दो पल बात करने का
एहसास है अरमानों का
किसी को दिल में रखने का
किसी के स्पर्श को पाने का
किसी के हमसफ़र बनने का
किसी पर ऐतबार करने का
एहसास है प्यार का
किसी को खून से सींचने का
किसी को लोरियां सुनाने का
किसी से माँ कहलवाने का
किसी पर मातृत्व लुटाने का
एहसास है ममता का, एक माँ का
किसी पर नाराज़ होने का
किसी पर रूठने का
किसी से बेवजह शिकायत करने का
किसी के नाजों को उठाने का
एहसास है अभिमान का
किसी के सामने न झुकने का
अपने निश्चय पर अटल रहने का
हमेशा सच्चाई के साथ देने का
अपने उसूलों को अहम् समझने का
एहसास है स्वाभिमान का
कभी प्यार, कभी क्रोध, कभी प्रेम, कभी शोध
कभी नाराज़गी पर लगता अवरोध
कभी ममता, कभी दृढ़ता, कभी मिथ्या, कभी सात्विकता,
है आकाश सा फैला चादर,
एक शब्द एहसास का.
Thursday, April 24
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